ज्योति मल्होत्रा से NIA की पूछताछ, पाकिस्तान से जुड़े जासूसी नेटवर्क का बड़ा खुलासा!
विधिक आवाज़ समाचार नेटवर्क |हिसार दिनांक 19.05.2025पोस्ट बाय : विश्वामित्र अग्निहोत्री
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार की गई हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस मामले में सक्रियता दिखाते हुए पूछताछ शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो आरोप गंभीर हैं और मामला भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है।
🔍 आधी रात को घर पहुंची एनआईए टीम, दस्तावेज बरामद
रविवार की देर रात करीब 1:45 बजे एनआईए की टीम आरोपित ज्योति को उसके हिसार के न्यू अग्रसेन कॉलोनी स्थित घर पर लेकर पहुंची। लगभग 15 मिनट तक जांच की गई और कुछ अहम दस्तावेज कब्जे में लिए गए। पड़ोसियों के अनुसार, टीम पूरी तरह से खामोशी और गोपनीयता से कार्रवाई कर रही थी।
घर से लौटते समय ज्योति ने अपने ताऊ से जल्दी लौटने की बात कही, जिससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि पूछताछ लंबी चल सकती है।
👥 हरकीरत बना जांच की अगली कड़ी
जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि कुरुक्षेत्र निवासी हरकीरत ने ही ज्योति की मुलाकात पाकिस्तानी उच्चायोग में कार्यरत अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से करवाई थी।
सूत्रों के मुताबिक़, वीजा लगने के बाद हरकीरत ने ही ज्योति को एक जत्थे के साथ पहली बार पाकिस्तान भेजा था।
अब पुलिस की नजरें हरकीरत पर टिकी हैं। उसका मोबाइल डिवाइस जब्त कर लिया गया है और जल्द ही उसकी गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।
💻 डाटा रिकवरी में जुटी एजेंसियां
जांच एजेंसियां ज्योति के मोबाइल फोन और लैपटॉप को फॉरेंसिक लैब में स्कैन कर रही हैं। डिलीट किए गए डाटा को रिकवर करने की प्रक्रिया जारी है। यह जानने की कोशिश हो रही है कि —
किन-किन पाकिस्तानी एजेंटों से संपर्क था?
भारत की कौन सी गोपनीय जानकारियाँ साझा की गईं?
इसके पीछे उद्देश्य क्या था — पैसा, वैचारिक समर्थन या कुछ और?
📡 एजेंसियों का बड़ा समन्वय
इस केस की गंभीरता को देखते हुए सिर्फ NIA ही नहीं, इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB), मिलिट्री इंटेलिजेंस और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियां भी इस मामले में सक्रिय हो चुकी हैं। यह स्पष्ट है कि मामला सिर्फ एक यूट्यूबर से जुड़ा नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्किंग से जुड़ा हुआ है।
🇵🇰 “पाकिस्तान की छवि सुधारने” का मिशन?
पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि पाकिस्तान दौरे के दौरान ज्योति से यह कहा गया था कि वह पाक की छवि को सोशल मीडिया पर बेहतर तरीके से दिखाए।
हालांकि जांच एजेंसियां इस तर्क को सिरे से खारिज कर रही हैं और इसे "सूचनात्मक युद्ध" (Information Warfare) का हिस्सा मान रही हैं।
क्या सोशल मीडिया बना भारत विरोधी एजेंडे का नया मोर्चा?
ज्योति मल्होत्रा जैसी यूट्यूबर का इस तरह के नेटवर्क में फंसना एक गंभीर चेतावनी है कि सोशल मीडिया अब सिर्फ ‘व्यक्तिगत अभिव्यक्ति का माध्यम’ नहीं रहा, बल्कि यह राष्ट्र विरोधी ताक़तों का प्रभावशाली हथियार बनता जा रहा है।
आम जनता को जागरूक किया जाए कि वह किसी भी धार्मिक यात्रा, सांस्कृतिक दौरे या इंटरव्यू के नाम पर विदेश जाकर भारत विरोधी एजेंडे का हिस्सा न बने।
यह मामला न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। ऐसे में हर भारतीय नागरिक को सतर्क और सजग रहने की आवश्यकता है।