लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी का भव्य शुभारंभ, रक्षामंत्री ने वर्चुअल माध्यम से किया उद्घाटन
ब्रेकिंग न्यूज़ | विधिक आवाज़ समाचारलखनऊ, उत्तर प्रदेश |दिनांक: 12 मई 2025 रिपोर्ट: राजेश कुमार यादव
लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के अंतर्गत आज एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज किया गया, जब माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी सेंटर का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक समेत अनेक वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति रही।
रक्षा मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह केवल एक निर्माण इकाई का उद्घाटन नहीं, बल्कि देश की रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त कदम है। उन्होंने बताया कि यह सेंटर न केवल ब्रह्मोस मिसाइल जैसे उच्च तकनीक प्रणाली के निर्माण और परीक्षण के लिए समर्पित होगा, बल्कि इससे लगभग 500 प्रत्यक्ष और 1000 अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
राजनाथ सिंह ने कहा, “मेरी यह निजी इच्छा थी कि मैं इस कार्यक्रम में भौतिक रूप से शामिल होऊं, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए मेरा दिल्ली में रहना आवश्यक था। फिर भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आपके उत्साह को महसूस कर पा रहा हूं।”
उद्घाटन का दिन 'राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस' होने के कारण और भी विशेष बन गया। रक्षामंत्री ने याद दिलाया कि इसी दिन 1998 में भारत ने पोखरण में परमाणु परीक्षण कर पूरी दुनिया को अपनी ताकत का एहसास कराया था। उन्होंने कहा, “आज का दिन वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और हमारे रक्षा तंत्र को समर्पित है जिन्होंने इस प्रोजेक्ट को मात्र 40 महीनों में पूरा किया।”
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशासनिक प्रतिबद्धता और DRDO, PTC इंडस्ट्रीज समेत सभी भागीदारों के सहयोग को सराहा।
डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनेगा आत्मनिर्भर भारत की रीढ़
उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर की प्रगति पर चर्चा करते हुए रक्षा मंत्री ने बताया कि इस कॉरिडोर के माध्यम से अब तक 34,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं और लगभग 4,000 करोड़ का निवेश हो भी चुका है। लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, झांसी, चित्रकूट और आगरा जैसे शहर अब रक्षा उत्पादन और तकनीकी विकास के नए केंद्र बनकर उभर रहे हैं।
ब्रह्मोस—एक मिसाइल नहीं, भारत की सैन्य शक्ति का संदेश
ब्रह्मोस मिसाइल की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए श्री सिंह ने कहा कि यह न केवल दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों में से एक है, बल्कि यह भारत की ताकत, आत्मविश्वास और सैन्य रणनीति का प्रतीक भी है। उन्होंने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के शब्दों को उद्धृत करते हुए कहा, “Only strength respects strength”।
ऑपरेशन सिंदूर—आतंक के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्रवाई
अपने संबोधन के अंत में उन्होंने हाल ही में भारतीय सेना द्वारा अंजाम दिए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने सीमापार पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ढांचों को ध्वस्त किया और भारत की आंतरिक सुरक्षा को नई मजबूती दी।
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