ऑपरेशन सिंदूर में 40 पाक सैनिक और 100 से अधिक आतंकी ढेर; सेना ने चेताया – सीजफायर तोड़ा तो होगा करारा जवाब
विधिक आवाज़ समाचार |लखनऊ, उत्तर प्रदेशरिपोर्ट: राजेश कुमार यादव |12 मई 2025
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए ताज़ा संघर्ष विराम (सीजफायर) के महज 25 घंटे बाद भारतीय सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की विस्तृत जानकारी साझा की। यह संयुक्त प्रेस वार्ता तीनों सेनाओं—थल, जल और वायु—के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुई, जिसमें डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती शामिल रहे।
पहलगाम हमले के बाद निर्णायक कार्रवाई
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “आप सभी जानते हैं कि पहलगाम अटैक में किस क्रूरता से 26 निर्दोष लोगों को मार दिया गया था। इसके बाद भारतीय सेना ने PoK (पाक अधिकृत कश्मीर) और सीमावर्ती पाकिस्तान क्षेत्रों में मौजूद आतंकी ठिकानों को टारगेट किया। यह ऑपरेशन पूरी तरह योजनाबद्ध और सटीक था। दुश्मन के 40 सैनिकों और अधिकारियों को मार गिराया गया, जबकि 100 से अधिक आतंकियों को भी ढेर किया गया।”
सभी तीनों सेनाओं की भूमिका रही अहम
वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में नौसेना की खुफिया एजेंसियों ने दुश्मन की गतिविधियों को पहले ही भांप लिया था, जिससे मिशन की सफलता में बड़ा योगदान मिला। एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि वायुसेना की ओर से लगातार 48 घंटे तक एयर सर्विलांस और अचूक निशाने साधे गए।
सीजफायर का सम्मान जरूरी, उल्लंघन पर करारा जवाब
सेना ने स्पष्ट किया कि भारत शांति में विश्वास रखता है, लेकिन यदि पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया, तो भारतीय सेना तैयार है और उसे करारा जवाब दिया जाएगा।
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “हमारा धैर्य हमारी कमजोरी नहीं है। यदि दुश्मन फिर से सीमा पर अशांति फैलाता है, तो उसे हर मोर्चे पर जवाब मिलेगा।”
संदेश साफ: भारत अब रक्षात्मक नहीं, निर्णायक है
ऑपरेशन सिंदूर न केवल भारत की सैन्य रणनीति की सफलता का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अब आतंक के खिलाफ केवल बयान नहीं देता, बल्कि सीधी कार्रवाई करता है।
भारतीय सेना की ओर से जारी यह संदेश साफ है – भारत शांति चाहता है, पर कमजोर नहीं है।
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