जौनपुर जिले के मछलीशहर क्षेत्र में स्थित एक निजी अस्पताल में शनिवार की सुबह डिलीवरी के दौरान एक गर्भवती महिला और उसके अजन्मे बच्चे की मौत हो गई। इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं में भारी लापरवाही को उजागर कर दिया है।
विधिक आवाज समाचार |जौनपुर उत्तर प्रदेश रिपोर्ट राजेश कुमार यादव | 23मई 2025
जहासापुर निवासी खुशबू नामक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन मछलीशहर के एक निजी अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने पहले नार्मल डिलीवरी की सलाह दी, लेकिन जांच में सामने आया कि गर्भ में शिशु की पहले ही मौत हो चुकी थी। इसके बावजूद डॉक्टरों ने मृत शिशु की डिलीवरी कराई। डिलीवरी के तुरंत बाद महिला को अत्यधिक रक्तस्राव होने लगा, जिसे रोकने में अस्पताल असफल रहा।
महिला की हालत बिगड़ने पर उसे जौनपुर जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर हंगामा किया और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह ने तत्काल सीएमओ लक्ष्मी सिंह को जांच के आदेश दिए। प्रारंभिक जांच में पता चला कि जिस डॉक्टर के नाम से अस्पताल संचालित हो रहा था, वह मौके पर मौजूद नहीं था और उसकी जगह किसी और ने प्रसव कराया।
सीएचसी अधीक्षक डॉ. तपिश कुमार के अनुसार जांच के लिए डॉक्टरों की टीम गठित कर दी गई है और रिपोर्ट आने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना निजी अस्पतालों में फैली लापरवाही और चिकित्सा नियमों के उल्लंघन की ओर इशारा करती है, जिस पर सख्त निगरानी और कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है।