ऑनलाइन ठगी से पीड़ितों को राहत दिलाने और फर्जी बैंक खातों पर लगाम के लिए इंदौर क्राइम ब्रांच ने बैंकों के नोडल अधिकारियों के साथ की समन्वय बैठक
विधिक आवाज समाचार समूह
खबर: इंदौर | 23 मई 2025
बढ़ते साइबर अपराधों और ऑनलाइन ठगी की घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए इंदौर क्राइम ब्रांच द्वारा आज एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला रानी सराय स्थित पुलिस उपायुक्त (क्राइम) कार्यालय में आयोजित की गई, जिसमें शहर के प्रमुख बैंकों के नोडल अधिकारी, तकनीकी विशेषज्ञों और पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यशाला की अध्यक्षता डीसीपी क्राइम श्री राजेश त्रिपाठी ने की। इस दौरान एडीसीपी राजेश दंडोतिया, एसीपी ललित सिकरवार, एसीपी पूनमचंद यादव और उनि कमल माहेश्वरी भी उपस्थित रहे। बैठक का उद्देश्य पीड़ितों को ऑनलाइन ठगी से राहत दिलाने, ठगों के खातों को फ्रीज़ करने की प्रक्रिया में तेजी लाने और फर्जी बैंक खातों की रोकथाम पर प्रभावी रणनीति तैयार करना था।
श्री त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि यदि किसी बैंक कर्मचारी की मिलीभगत फर्जी खातों को खोलने में पाई गई तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बैंकों को अपनी वेबसाइटों को समय-समय पर अपडेट करने और साइबर सुरक्षा से संबंधित जानकारी सार्वजनिक करने के निर्देश दिए गए।
पुलिस और बैंकों के बीच तालमेल को मजबूत करने की दिशा में इस कार्यशाला को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी समन्वय बैठकें नियमित रूप से की जाएंगी ताकि साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित किया जा सके।
(विशेष संवाददाता: ज्ञान सिंह यादव, विधिक आवाज़)