ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने रचा इतिहास: मल्टी लेयर एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तानी हमले किए नाकाम
विधिक आवाज़ समाचार|राजेश कुमार यादव | दिनांक: 12 मई 2025
पोस्ट बाय राजेश कुमार यादव ✍️✍️
भारत ने एक बार फिर अपनी सैन्य शक्ति और तकनीकी आत्मनिर्भरता का लोहा मनवाया है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान न केवल आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक तबाह किया गया, बल्कि भारत ने एयर डिफेंस के क्षेत्र में भी दुनिया को चौंका देने वाली सफलता हासिल की है।
इस ऑपरेशन में पाकिस्तान की ओर से भेजे गए हजारों ड्रोनों और मिसाइलों को भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने अपनी सीमा में घुसने से पहले ही मार गिराया। इस अद्भुत सफलता ने भारत को वैश्विक स्तर पर एयर डिफेंस क्षमताओं का नया नेतृत्वकर्ता बना दिया है।
अमेरिका के रक्षा विशेषज्ञ का बयान
अमेरिकी डिफेंस एक्सपर्ट जान स्पेंसर ने भारत की इस सफलता को "एयर डिफेंस के नए युग की शुरुआत" बताया है। उन्होंने कहा, "भारत ने स्वदेशी और विदेशी हथियार प्रणालियों को मिलाकर एक ऐसा मल्टी लेयर एयर डिफेंस नेटवर्क तैयार किया है, जिसे भेदना अब लगभग असंभव है।"
भारत का मल्टी लेयर एयर डिफेंस सिस्टमभारत का यह नेटवर्क कई लेयर में विभाजित है, जिसमें शामिल हैं:
स्वदेशी मिसाइलें: आकाश, QRSAM
विदेशी तकनीक: इजरायली बराक-8, रूसी S-400
पूर्ण सुरक्षा तंत्र: लंबी, मध्यम और छोटी दूरी की मिसाइलों से लैस सिस्टम जो एक दूसरे के साथ समन्वय से काम करते हैं
इन सिस्टम्स को न केवल रणनीतिक ठिकानों की रक्षा के लिए तैनात किया गया है, बल्कि उन्हें युद्धक्षेत्र में भी विशेष सुरक्षा दी गई है, ताकि वे शत्रु हमलों का प्रभावी जवाब दे सकें।
पाकिस्तान और चीनी तकनीक को पछाड़ा
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय एयर डिफेंस ने पाकिस्तान में मौजूद चीन के HQ-9 सिस्टम को भी चकमा देते हुए उसे भेदने में सफलता पाई। यह दर्शाता है कि भारत का डिफेंस सिस्टम केवल खरीदारी पर आधारित नहीं, बल्कि इन सिस्टम्स को इंटीग्रेट कर एक प्रभावी रणनीतिक तंत्र बनाने की क्षमता भी रखता है।
स्वदेशी बनाम विदेशी
हालांकि भारत में कुछ मीडिया संस्थान रूस के S-400 सिस्टम को ही प्रमुखता से दिखा रहे हैं, लेकिन जानकारों का मानना है कि स्वदेशी सिस्टम का योगदान कहीं अधिक निर्णायक रहा है। यह सफलता "मेक इन इंडिया" के तहत भारत की रक्षा नीति को आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से सक्षम बनाती है।
निष्कर्ष:
भारत का मल्टी लेयर एयर डिफेंस सिस्टम अब केवल तकनीकी चर्चा का विषय नहीं रह गया है, बल्कि यह युद्धक्षेत्र में आज़माया गया, परखा गया और सफल सिद्ध हुआ मॉडल है। ऑपरेशन सिंदूर ने दिखा दिया कि अब भारत न केवल आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्यवाही कर सकता है, बल्कि अपनी सीमाओं की सुरक्षा भी अचूक ढंग से सुनिश्चित करने में सक्षम है।