इंदौर में बढ़ते साइबर अपराध पर नियंत्रण और लोगों में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए इंदौर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में पुलिस की साइबर पाठशाला इस बार पहुंची Yash Technology Private Limited, जहाँ लगभग 300 सॉफ्टवेयर इंजीनियरों और कर्मचारियों ने भाग लिया।
विधिक आवाज़ समाचार |इंदौर
रिपोर्ट: विश्वामित्र अग्निहोत्री|दिनांक: 12 अप्रैल 2025
कार्यक्रम का आयोजन अपर पुलिस उपायुक्त (क्राइम) श्री राजेश दंडोतिया के नेतृत्व में किया गया, जिसमें साइबर अपराधों की वर्तमान स्थिति, उनके प्रकार, बचाव के उपाय और शिकायत के सही माध्यमों की व्यावहारिक जानकारी दी गई।
क्या सिखाया गया?
श्री दंडोतिया और उनकी टीम ने कर्मचारियों को बताया:
विभिन्न प्रकार के साइबर फ्रॉड – जैसे फाइनेंशियल फ्रॉड, फिशिंग, सोशल मीडिया हैकिंग आदि
साइबर अपराध होने पर शिकायत दर्ज कराने के माध्यम:
राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन: 1930
ऑनलाइन पोर्टल: cybercrime.gov.in
इंदौर पुलिस साइबर हेल्पलाइन: 7049124445
पुलिस इन शिकायतों पर किस तरह से त्वरित कार्रवाई करती है, यह भी प्रैक्टिकल डेमो के माध्यम से समझाया गया।
श्री दंडोतिया का संदेश:
"आप सभी तकनीक के जानकार हैं, और यही तकनीक जब गलत हाथों में जाती है तो अपराध का रूप ले लेती है। इसलिए आज के समय में सतर्कता और जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है।"
उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में नई तकनीकों के साथ नई चुनौतियां आएंगी, जिनसे निपटने के लिए समाज के हर वर्ग को जागरूक होना होगा।
कर्मचारियों की प्रतिक्रिया:
Yash Technology के कर्मचारियों ने इस कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि वे न केवल स्वयं सतर्क रहेंगे बल्कि समाज को भी साइबर अपराधों से सुरक्षित रखने में अपनी भूमिका निभाएंगे। सभी ने इंदौर पुलिस के इस प्रयास को सराहा और इसे एक समय की ज़रूरत बताया।
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