सरकारी दवा पर डॉक्टर की नजर! हॉस्पिटल से दवा गायब, मरीज परेशान, मेडिकल स्टाफ से हाथापाई"


"वाराणसी मानसिक चिकित्सालय में दवा घोटाला: डॉक्टर पर अस्पताल की दवाएं मेडिकल स्टोर भेजने का आरोप!"

विधिक आवाज खबरों की कानूनी हकीकत 
पोस्ट बाय राजेश कुमार यादव संपर्क +91 94540 81291

वाराणसी
/ मानसिक चिकित्सालय वाराणसी में डॉक्टर की दवा घोटाले की पोल खुली, गोली चलने की नौबत!
वाराणसी। मानसिक चिकित्सालय वाराणसी में तैनात डॉक्टर अरविंद सिंह पर गंभीर आरोप लगे हैं। जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर अरविंद सिंह, जो एमबीबीएस और एमडी डिग्री धारक हैं, मरीजों के पर्चे जबरदस्ती अपने पास रख लेते थे और अस्पताल में मिलने वाली मुफ्त दवाओं को अपने निजी मेडिकल स्टोर "संकट मोचन मेडिकल" पर भेज देते थे।

गरीब मरीजों को बाहर से दवा लाने की मजबूरी
अस्पताल में दवा मुफ्त में उपलब्ध होने के बावजूद, मरीजों को मजबूर किया जाता था कि वे पहले बाहर के मेडिकल स्टोर से दवा खरीदें, तभी उन्हें अस्पताल से कुछ दवाएं दी जाएंगी। इस वजह से गरीब और बुजुर्ग मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।

मरीज और मेडिकल स्टाफ के बीच झगड़ा, गोली चलाने की धमकी!

इस पूरे मामले को लेकर मरीजों और मेडिकल स्टाफ के बीच विवाद हो गया। झगड़ा इतना बढ़ गया कि हाथापाई तक की नौबत आ गई। आरोप है कि मेडिकल स्टाफ द्वारा मरीजों को गोली मारने तक की धमकी दी गई, जिससे अस्पताल में अफरातफरी का माहौल बन गया।

जांच और कार्रवाई की मांग

घटना के बाद मरीजों और उनके परिजनों ने उच्च अधिकारियों से मामले की शिकायत कर जांच और कार्रवाई की मांग की है। अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से इस गड़बड़ी पर कड़ी कार्रवाई करने की अपील की गई है।

स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी पर सवाल

अस्पताल में सरकारी दवाओं के दुरुपयोग का मामला कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस तरह मरीजों को परेशान करने और झगड़े की स्थिति उत्पन्न होने से स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है और मरीजों को कब तक न्याय मिलेगा।



Previous Post Next Post

Featured Posts

Ads

نموذج الاتصال