- रेलवे कर्मचारी साबिर अली हां मोहम्मद साबिर अली गिरफ्तार।
- मोहम्मद साबिर अली ने खुद ही रेलवे ट्रैक पर लगाए थे 10 डेटोनेटर बम।
- बम धमाका कर रेलवे के परखच्चे उड़ाने की थी साजिश।
- NIA, ATS, RPF की टीमें कर रही है मामले की जांच।
- रेलवे का ही कर्मचारी है आरोपी मोहम्मद साबिर अली।
- आर्मी की स्पेशल ट्रेन को बम से उड़ाने की साजिश, ट्रैक पर रखे 10 डेटोनेटर
- मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में सागफाटा रेलवे स्टेशन के पास एक स्पेशल ट्रेन पर बम विस्फोट की कोशिश की गई थी।
- जम्मू और कश्मीर से कर्नाटक जा रही इस ट्रेन में सेना के जवान सवार थे।
18 सितंबर की घटना, 22 सितंबर को सामने आई
रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर्स की नियुक्ति की घटना 18 सितंबर की है, लेकिन ये जानकारी 22 सितंबर को सामने आई थी। बुरहानपुर में नेपानगर और खंडवा के बीच सगाफाटा रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर कुछ डेटोनेटर लगाए गए थे। इस मामले में तब तूल पकड़ा गया जब पता चला कि यहां से सेना के हथियारों को ले जाने वाली ट्रेन ट्रेनिंग वाली थी। ट्रेन के पहुंचने से पहले ही कुछ डेटोनेटर्स मोटे हो गए। इसके तुरंत बाद रेलवे के अधिकारी गए और सागाटाटा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोक दी गई।
1 फ़ीट 1 फ़ीट की दूरी पर 10 डेटोनेटर्स लगे ।
रेलवे के निर्देशों के अनुसार दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक सागाफाटा से डोंगरगांव के बीच 10 फीट की दूरी तक करीब एक फीट की दूरी पर रखा गया था। सेना के रॉकेट ट्रेन खंडवा से होते हुए तिरुवनंतपुरम जा रही थी। इसमें सेना, स्टाफ और हथियार भी शामिल थे। रेल मिनिस्ट्री डेटोनेटर्स की घटना को लेकर काफी गंभीर है।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि डेटोनेटर्स नुकसानदायक नहीं होते हैं। रेलवे नियमित रूप से इसका उपयोग करता है। उदाहरण के लिए क्रैकर भी कहते हैं। ये राय पर तेज़ आवाज़ देते हैं। रेलवे ट्रैक पर आगे किसी भी प्रकार का स्ट्रक्चरल, धुंधला या कोहरे का संकेत देने के लिए डेटोनेटर्स का उपयोग किया जाता है।
बुज़ुर्ग साबिर अली के सिमी से जुड़े होने का शक
बुज़ुर्ग साबिर अली खंडवा की गुलमोहर कॉलोनी में रहते हैं। उनके सिमी मैमोरियल संगठन से जुड़े होने का खतरा है। इस एंगल से भी जांच की जा रही है। आरपीएफ ने लोकल पुलिस से भी नाबालिग का आपराधिक रिकॉर्ड मांगा है।
बार-बार बयान बदल रहा है बयान
बुनियादी साबिर अली बार-बार अपना बयान बदल रहे हैं। पूछताछ में पहले उसने कहा कि वो घटना वाले दिन ड्यूटी पर नहीं था और नशे में था। इसके बाद उन्होंने कहा कि पार्टी से खुन्नास ड्रेन के लिए वह डेटोनेटर प्लांट पर ट्रैक कर रहे थे। बता दें कि सिर्फ 2 या 3 सरकारी एजेंसियों के पास डेटोनेटर होते हैं। रेलवे ने आधिकारिक तौर पर बुनियादी तौर पर कोई डेटोनेटर नहीं दिया था, ये उसने चुराए थे।
ट्रैक पर डेटोनेटर सेटअप वाला साबिर अली रेलवे स्टेशन पर है। ये गैंगमैन से ऊंचा पैड होता है। उनका काम रेलवे ट्रैक पर प्लेसमेंट होता है। साबिर पर डेटोनेटर चोरी का आरोप, एफआईआर भी दर्ज। ट्रैक पर डेटोनेटर रिक्रिएशन वाले दिन ही साबिर अली को रेलवे रिज़र्वेशन फोर्स (आरपीएफ) ने कस्टडी में ले लिया था।
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