विधिक आवाज समाचार/मंदसौर
पोस्ट : श्यामलाल चंद्रवंशी
परिषद के विकासखंड समन्वयक नारायणसिंह निनामा और परामर्शदाता हरिओम गंधर्व ने बताया कि मिट्टी की प्रतिमाओं के विसर्जन से जलस्रोत दूषित नहीं होते और जीव-जंतुओं को भी हानि नहीं होती।
प्रशिक्षण सुश्री दीपिका प्रजापति ने दिया, जबकि प्राचार्य डॉ. माया पंत ने विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण और कौशल विकास की दिशा में जागरूक रहने की प्रेरणा दी। डॉ. भट्ट ने परिषद द्वारा संचालित अभियान की महत्ता बताते हुए विद्यार्थियों से मिट्टी के गणेशजी बनाने और स्थापना करने का आह्वान किया। कार्यशाला में प्रतिभागियों ने स्वयं प्रतिमाएं बनाईं और पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्प लिया।