"स्वच्छता में नंबर वन" शहर की गटर सच्चाई! खजराना हबीबगंज की गलियां बनीं गंदगी का गढ़ – नगर निगम बना मूकदर्शक!
इंदौर से ग्राउंड रिपोर्ट | विधिक आवाज़
विधिक आवाज समाचार समूह|इंदौर
रिपोर्टिंग: नेहा वर्मा, हबीब गंज खजराना, इंदौर
इंदौर शहर, जिसे देश का "क्लीन सिटी किंग" कहा जाता है, वहां खजराना क्षेत्र के हबीबगंज में हालात बदतर हैं। सड़कों पर बहती नालियां, उफनता सीवरेज और हर तरफ फैली बदबू — ये सब मिलकर इंदौर के "स्वच्छता नंबर वन" तमगे को खुद ही धो रहे हैं।
स्थानीय रहवासी महीनों से नगर निगम से गुहार लगा रहे हैं — लेकिन हाल ये है कि न तो कोई अधिकारी आया, न कोई सुधार हुआ। शिकायतें दर्ज हुईं, लेकिन फाइलें शायद कचरे में चली गईं।
👥 पार्षद और जनप्रतिनिधियों के दरवाज़े पर लगी ताले जैसी चुप्पी
रहवासियों ने पार्षद से लेकर आला अधिकारियों तक शिकायतें पहुंचाईं, लेकिन सबके कानों में जूं तक नहीं रेंगी। जनप्रतिनिधियों की चुप्पी और निगम की निष्क्रियता ने मिलकर जनता को गंदगी में रहने को मजबूर कर दिया है।
🏆 "नंबर वन" बनने की होड़ में ज़मीन पर शून्य!
इंदौर सात बार स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन आया
— और इस बार भी वही होड़ चल रही है। लेकिन हबीबगंज जैसे इलाकों की हालत देख कर लगता है कि पुरस्कार के लिए प्रचार ज़रूरी है, सफाई नहीं।
क्या गांधी जी के स्वच्छ भारत के सपने की यही तस्वीर थी? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस मिशन को जनआंदोलन बनाया, वह यहां सिर्फ स्लोगन बनकर रह गया है।
📢 विधिक आवाज़ की ज़ीरो ग्राउंड रिपोर्ट का सवाल:
क्या इंदौर सच में नंबर वन है या सिर्फ दिखावे में?
क्या नगर निगम सिर्फ फोटोशूट और आंकड़ों में चमकता है?
क्या स्वच्छता का आइना असल में इंदौर के दोहरे चेहरे को छुपा रहा है?
अब देखना ये है कि क्या नगर निगम जागेगा, या हबीबगंज जैसे क्षेत्र गटर में ही दम तोड़ते रहेंगे।
📸 विशेष:
जल्द आ रही है वीडियो रिपोर्ट विधिक आवाज़ के यूट्यूब चैनल पर – #Vidhikawaj #VidhikawajNews