"माता अहिल्याबाई की 300वीं जयंती पर राष्ट्रभक्ति और सनातन मूल्यों का संकल्प"


"माँ अहिल्याबाई का शासन सूराज और सनातन मूल्यों का आदर्श उदाहरण था" – हुकुमचंद चावला

विधिक आवाज समाचार| इंदौर
दिनांक – 1 जून, 2025
रिपोर्ट: गणेश सोनी , +91 90098 52121

इंदौर में माता अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती गौ सेवा भारती एवं चैतन्य भारत के संयुक्त तत्वावधान में श्रद्धा, गौरव और प्रेरणा के साथ मनाई गई। समारोह का आयोजन विट्ठल रुक्मिणी गार्डन में हुआ, जहां हजारों गोभक्त और राष्ट्रभक्तों की उपस्थिति रही।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विश्व हिंदू परिषद के प्रखर विचारक हुकुमचंद चावला ने राजमाता अहिल्याबाई होलकर के जीवन को भारतीय शासन, धर्म और न्याय का आदर्श बताया। उन्होंने कहा:

"माता अहिल्याबाई देवी — माता, लोकमाता, राजमाता, पुण्यश्लोका, धर्मनिष्ठ व प्रजा पालक थीं। उन्होंने धर्म आधारित शासन व्यवस्था में जनकल्याण, न्यायप्रियता, महिला सशक्तिकरण और सनातन मूल्यों की स्थापना की।"


उन्होंने बताया कि माता ने सवा करोड़ राजस्व अर्जित करते हुए 18 प्रांतों में राज्य का संचालन अत्यंत कुशलता और पारदर्शिता से किया। उनकी कर प्रणाली अनुशासित, बिना पीड़ा देने वाली और जनहितैषी थी। उन्होंने देशभर में घाट, धर्मशालाएं व मंदिरों का निर्माण करवाया, साथ ही बलिदानी सैनिकों के परिवारों को संरक्षण और सम्मान दिया।

300 दीपों से सजी श्रद्धांजलि

कार्यक्रम का शुभारंभ माता अहिल्याबाई के चित्र पर माल्यार्पण और देशी गाय के घी से 300 दीपों के प्रज्वलन से हुआ। इसके पश्चात श्रद्धालुओं ने पुष्पांजलि अर्पित की और नारों के साथ वातावरण को मातृभक्ति से सराबोर कर दिया।

स्वदेशी अपनाओ – विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार
इस मौके पर श्री सावला ने सभी उपस्थितों को विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार और स्वदेशी को अपनाने का संकल्प दिलाया। साथ ही, उन्होंने माता अहिल्याबाई के जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की बात कही।

‘सूराज’ का उदाहरण – आदर्श सास, बहू, पत्नी और शासिका 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे लक्ष्मण नवाथे (बाबा साहब) ने माता को भगवान शिव की आराधिका, न्यायप्रिय, धर्मनिष्ठ और आदर्श शासिका बताया। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई एक सास, बहू, पत्नी और एक सक्षम प्रशासक के रूप में आज भी प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणास्रोत हैं।

रंगारंग आतिशबाजी और सम्मान समारोह
समारोह में रंगारंग आतिशबाजी हुई और देशभक्ति के जयघोष गूंजे।
अतिथियों का स्वागत गो सेवा भारती के अध्यक्ष सुरेश पिंगले, चैतन्य भारत के अध्यक्ष नरेश वसाईनी, कैलाश खंडेलवाल, दिलीप जैन, राजेंद्र असावा, स्वदेश राजोरिया, राजन दुबे, नीलेश जाधव आदि ने किया।

कार्यक्रम संचालन कान्तिभाई पटेल ने किया तथा आभार प्रदर्शन सुरेश पिंगले (महामंत्री, चैतन्य भारत) द्वारा किया गया।

इस भव्य आयोजन की जानकारी कैलाश चंद्र खंडेलवाल (संगठन प्रभारी – 9425095115) द्वारा दी गई।
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