ऑपरेशन सिंदूर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- 'पाकिस्तान जहां खड़ा होता है, वहीं से मांगने वालों की लाइन शुरू होती है'
विधिक आवाज समाचार |नई दिल्ली
रिपोर्ट राजेश कुमार यादव |15 May 2025
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार (15 मई) को जम्मू कश्मीर दौरे पर हैं। श्रीनगर में सेना के जवानों को संबोधित करते हुए कहा, आपने जिस बहादुरी के साथ आतंकी ठिकाने तबाह किए हैं, पाकिस्तान उसे याद रखेगा। आतंकियों ने धर्म पूछकर हमारे निर्दोष पर्यटकों को मारा है, हमने कर्म देखकर उनका सफाया कर दिया। रक्षामंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) से पाकिस्तानी परमाणु हथियार अपनी निगरानी में लेने का आग्रह किया है। कहा, ऐसे गैरजिम्मेदार और दुष्ट राष्ट्र के हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित नहीं हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पहली बार जम्मू-कश्मीर यात्रा पर पहुंचे। श्रीनगर स्थित बादामी बाग छावनी में आर्मी जवानों संग तस्वीरें खिंचवाई और भारत माता के जयकारे लगाए। इस दौरान उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहे।
*श्रीनगर में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बोले-:*
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने की चौपाइयों का जिक्र करते हुए कहा, पाकिस्तान जहां से खड़ा होता है, वहीं से मांगने वालों की लाइन शुरू होती है। उसने जिस आईएमएफ से कर्ज मांगा है, भारत उस आईएमएफ को फंड देता है।
*रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, पाकिस्तान धोखेबाज है:*
21 साल पहले जब अटल जी प्रधानमंत्री थे, तब उसने डिक्लेयर किया था कि पाकिस्तान से आतंकवाद एक्सपोर्ट नहीं किया जाएगा, लेकिन धोखा दिया। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि अब कोई आतंकी वारदात एक्ट ऑफ वार मानी जाएगी। अब आतंकवाद नहीं, अब सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर पर बात होगी।
*रक्षामंत्री ने कहा, हमारी सेना का निशाना अचूक है:*
हम धरती की छाती चीरकर दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करेंगे। ऑपरेशन सिंदूर में हमने दिखा दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकते हैं। आतंकियों न हमारे मस्तक (कश्मीर) पर वार किया तो हमने उनकी छाती पर हमला किया। आतंकवाद के खिलाफ भारत की अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है।
*रक्षामंत्री ने कहा- जिन बहादुर जवानों ने शहादत दी है, उन्हें नमन करता हूं:*
पहलगाम हमले में मारे निर्दोष नागरिकों को भी नमन करता हूं। घायल सैनिकों के साहस की सराहना की। कहा, रक्षा मंत्री नहीं आज मैं एक नागरिक के तौर पर आपका आभार व्यक्त करने के लिए यहां आया हूं। उन्होंने आतंकियों के प्रति गुस्से का इजहार करने के लिए जम्मू-कश्मीर की जनता का भी आभार जताया।