केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया लॉन्च, फेस ऑथेंटिकेशन से होगा काम आसान
विधिक आवाज़ समाचार |नई दिल्ली
रिपोर्ट: राजेश कुमार यादव | दिनांक: 10 अप्रैल 2025
भारतीय नागरिकों की डिजिटल पहचान को और अधिक सुरक्षित, सरल और मोबाइल फ्रेंडली बनाने के लिए भारत सरकार ने एक और बड़ी पहल की है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान “नया आधार ऐप” लॉन्च किया, जो आधार सत्यापन के लिए नए जमाने की तकनीक से लैस है।
क्या है इस नए ऐप की खासियत?
यह नया आधार ऐप अब यूजर्स को हर जगह आधार कार्ड की फोटोकॉपी या प्रिंट आउट ले जाने की जरूरत से मुक्ति देगा। मंत्री वैष्णव ने जानकारी दी कि ऐप में फेस ऑथेंटिकेशन की सुविधा दी गई है, जिससे उपयोगकर्ता सिर्फ मोबाइल ऐप के माध्यम से अपने पहचान की पुष्टि कर पाएंगे। यानी अब एयरपोर्ट, होटल, सरकारी दफ्तरों या अन्य जगहों पर पहचान सत्यापन के लिए दस्तावेज की फिजिकल कॉपी देने की बाध्यता खत्म हो जाएगी।
कैसे करेगा काम?
ऐप में लॉगइन करने के बाद उपयोगकर्ता को फेस ऑथेंटिकेशन का विकल्प मिलेगा।
मोबाइल के फ्रंट कैमरे से लाइव फेस स्कैन कर वेरिफिकेशन होगा।
इससे व्यक्ति की पहचान UIDA के डेटाबेस से रियल टाइम में मैच की जाएगी।
कोई दस्तावेज अपलोड करने या दिखाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
डाटा सुरक्षा को लेकर क्या है प्रावधान?
सरकार ने भरोसा दिलाया है कि इस ऐप में उपयोगकर्ता की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। डेटा एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के साथ सुरक्षित सर्वर में स्टोर रहेगा और किसी भी थर्ड पार्टी के साथ शेयर नहीं किया जाएगा।
सार्वजनिक सेवाओं में क्रांति लाएगा नया ऐप
सरकार का मानना है कि इस नई तकनीक से न केवल नागरिकों को सहूलियत मिलेगी, बल्कि दस्तावेजों की जालसाजी और फर्जी पहचान की घटनाओं पर भी रोक लगेगी। इसके साथ ही डिजिटलीकरण को और तेज गति मिलेगी।
