वाराणसी में कानून की रक्षक कही जाने वाली एक महिला अधिवक्ता के साथ हुए दुर्व्यवहार ने वकीलों को सड़कों पर उतरने को मजबूर कर दिया। वरिष्ठ अधिवक्ता पूनम यादव के साथ कुछ मनबढ़ तत्वों द्वारा रास्ता रोकने और अभद्र व्यवहार करने की घटना ने अधिवक्ता समुदाय में तीव्र आक्रोश पैदा कर दिया।
वाराणसी | विधिक आवाज़ समाचार | रिपोर्ट: राजेश कुमार यादव | दिनांक: 6 अप्रैल 2025
क्या है मामला?
घटना के अनुसार, अधिवक्ता पूनम यादव जब अपने कार्यस्थल की ओर जा रही थीं, तभी कुछ दबंग प्रवृत्ति के व्यक्तियों ने कथित तौर पर पुलिस की मौन सहमति से उनका रास्ता रोक दिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। यह घटना न सिर्फ महिला सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न लगाती है, बल्कि पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाती है।
अधिवक्ताओं का विरोध और चेतावनी
घटना की जानकारी मिलते ही वाराणसी बार एसोसिएशन के अधिवक्ता एकजुट हो गए और संबंधित थाने का घेराव कर डाला। वकीलों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि यदि पुलिस प्रशासन दोषियों को बचाने का प्रयास करता है तो आंदोलन और तेज़ किया जाएगा।
पुलिस का पक्ष
घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया और कहा कि कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आरोपियों की पहचान और उनके खिलाफ उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
कानूनी कार्रवाई की माँग
महिला अधिवक्ता पूनम यादव ने घटना की लिखित शिकायत दी है, जिस पर अग्रिम कार्रवाई की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। वहीं, अधिवक्ता संघ ने उच्च अधिकारियों से मिलकर पूरे घटनाक्रम की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है।

