वरिष्ठ अभिनेता राकेश पांडे का 21 मार्च 2025 को 77 वर्ष की आयु में कार्डियक अरेस्ट के कारण मुंबई के जुहू स्थित आरोग्यनिधि अस्पताल में निधन हो गया। उन्हें सीने में दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था, लेकिन डॉक्टरों के प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
विधिक आवाज समाचार |मुम्बई महाराष्ट्र
रिपोर्ट: राजेश कुमार यादव | 23,मार्च 2025
राकेश पांडे ने 1969 में फिल्म 'सारा आकाश' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी, जिसमें उनकी प्रभावशाली भूमिका के लिए उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। अपने छह दशक लंबे करियर में उन्होंने 'मेरा रक्षक', 'यही है जिंदगी', 'वो मैं नहीं', 'दरवाजा', 'देवदास', 'दिल चाहता है', 'लक्ष्य' और 'ब्लैक' जैसी हिंदी फिल्मों में काम किया। इसके अलावा, भोजपुरी सिनेमा में भी उनकी महत्वपूर्ण उपस्थिति रही, विशेष रूप से फिल्म 'बलम परदेसिया' में। टेलीविजन पर उन्होंने 'छोटी बहू' और 'दहलीज' जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों में भी अभिनय किया।
राकेश पांडे के परिवार में उनकी पत्नी, बेटी जसमीत और पोती हैं। उनका अंतिम संस्कार 22 मार्च को शास्त्री नगर श्मशान घाट पर संपन्न हुआ, जिसमें परिवार और करीबी मित्रों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। उनके निधन से फिल्म और टेलीविजन जगत में शोक की लहर है, और उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।