मन्दसौर जिले के क़यामपुर (कैलाशपुर) में "एक रोटी गौ माता के नाम" अभियान का आयोजन किया गया, जो पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। यह अभियान साधु जी सीताराम के नेतृत्व में और पूर्व सरपंच जगदीश परमार के मार्गदर्शन में ग्रामवासियों के सहयोग से शुरू किया गया। इस पहल का उद्देश्य गौ माता के लिए रोटियाँ एकत्रित करना और उन्हें उनकी उचित देखभाल के लिए गौशाला में भेजना है।
विधिक आवाज़ न्यूज़ | मंदसौर | मुबारिक हुसैन मंसूरी
जिला ब्यूरो चीफ मन्दसौर | मोबा. 9977940086
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अभियान का उद्देश्य:
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य हर घर से एक रोटी लेकर गौ माता की सेवा करना है। अभियान के तहत, सुबह 9 बजे से 10 बजे तक एक टोली प्रत्येक मोहल्ले में घूमकर रोटियाँ एकत्र करती है। यदि कोई घर नहीं पहुंच पाता, तो प्रत्येक मोहल्ले में एक खाली डिब्बा रखा गया है, जिसमें लोग अपनी श्रद्धा के अनुसार रोटियाँ डाल सकते हैं। इन सभी रोटियों को एकत्रित कर गौशाला में भेजा जाता है, ताकि गौ माता को हरे चारे के साथ रोटियाँ भी मिल सकें और उनकी सेवा हो सके।
जगदीश परमार का योगदान
इस अभियान का पूरा श्रेय पूर्व सरपंच जगदीश परमार को जाता है, जिनके नेतृत्व में क़यामपुर में अनेकों महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं। सरपंच रहते हुए उन्होंने क़यामपुर का सर्वांगीण विकास किया। इसके अतिरिक्त, शमशान घाट पर पौधारोपण, बाउंड्रीवाल और श्रद्धांजलि हॉल का निर्माण भी उनके नेतृत्व में हुआ।
अन्य सामाजिक कार्यों का उल्लेख
जगदीश परमार द्वारा सामाजिक कार्यों की कोई कमी नहीं रही है। वे रोज़ सुबह 5 बजे रामधुन के साथ नगर भ्रमण करते हैं, जिसमें भजन कीर्तन करते हुए हर मोहल्ले में रामधुन निकाली जाती है। यह कार्य अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रारंभ हुआ था, और तब से अब तक प्रतिदिन राम भक्तों द्वारा यह कार्य निरंतर जारी है।
साथ ही, उनके द्वारा बच्चों के साथ मिलकर प्रत्येक मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ मंदिर में किया जाता है, जो सामूहिक भक्ति और समाजिक सद्भावना को बढ़ावा देने वाला एक अत्यंत सराहनीय कार्य है।
अभियान की प्रतिक्रिया
क्षेत्रवासियों का इस अभियान के प्रति अत्यधिक सकारात्मक रुख रहा है। लोग स्वेच्छा से इस मुहिम में भाग ले रहे हैं और गौ माता के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त कर रहे हैं। इस पहल ने न केवल गौ माता की देखभाल को सुनिश्चित किया है, बल्कि समाज में एकजुटता और सहयोग की भावना को भी प्रोत्साहित किया है।
सारांश
"एक रोटी गौ माता के नाम" अभियान एक अभिनव पहल है, जो हमारे समाज में सामाजिक जिम्मेदारी और गौ माता के प्रति आदर को बढ़ावा दे रही है। यह अभियान एक उदाहरण प्रस्तुत करता है कि जब समुदाय एकजुट होता है, तो किसी भी कार्य को सफल बनाना संभव है। इस कार्य में सभी ग्रामवासियों और विशेष रूप से जगदीश परमार के योगदान को सराहा जा रहा है।