उत्तर प्रदेश के सरकारी और निजी प्राइमरी स्कूलों में प्रवेश को लेकर नई गाइडलाइन जारी की गई है। बेसिक शिक्षा विभाग ने शैक्षिक सत्र 2025-26 के लिए नियम तय करते हुए साफ किया है कि अब कक्षा 1 में केवल उन्हीं बच्चों को प्रवेश मिलेगा, जिनकी उम्र 31 जुलाई तक 6 वर्ष या उससे अधिक होगी।
रिपोर्ट: राजेश कुमार यादव
लखनऊ, उत्तर प्रदेश | 30 मार्च 2025
स्कूलों को मिलेगी राहत
इस नई आयु सीमा के कारण स्कूलों को भी बड़ी राहत मिलेगी। अब प्रवेश प्रक्रिया में आयु को लेकर किसी तरह की असमंजस की स्थिति नहीं रहेगी। प्रत्येक वर्ष लगभग 40 लाख बच्चे कक्षा 1 में दाखिला लेते हैं, जिससे प्रवेश प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करना एक चुनौती बन जाता था।
बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को ध्यान में रखते हुए फैसला
शिक्षा विभाग के अनुसार, यह निर्णय बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इससे पहले कई अभिभावक अपने बच्चों को 5 वर्ष की उम्र में ही कक्षा 1 में दाखिला दिलाने की कोशिश करते थे, जिससे बच्चों पर अतिरिक्त मानसिक दबाव पड़ता था।
नई गाइडलाइन से क्या बदलेगा?
31 जुलाई तक 6 साल की उम्र पूरी करने वाले बच्चों को ही कक्षा 1 में प्रवेश मिलेगा।
यह नियम सरकारी और निजी दोनों स्कूलों पर लागू होगा।
स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और आसान होगी।
बच्चों के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए उनका दाखिला सही उम्र में होगा।
अभिभावकों को करनी होगी तैयारी
बेसिक शिक्षा विभाग ने अभिभावकों से अपील की है कि वे आयु प्रमाण पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेज समय से तैयार कर लें ताकि प्रवेश के दौरान किसी तरह की परेशानी न हो।