SP ट्रैफिक रहीं कल्पना सक्सेना पर हमले में कोर्ट ने सुनाया फैसला , IPS पर हमले में तीन सिपाहियों को 10–10 साल की सजा
विधिक आवाज़ समाचार | बरेली, उत्तर प्रदेश | रिपोर्ट: राजेश कुमार यादव | दिनांक: 25 फरवरी 2025
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुरेश कुमार गुप्ता की कोर्ट ने दिया फैसला
बरेली में वर्ष 2010 में हुई एक गंभीर घटना के मामले में कोर्ट ने आज बड़ा फैसला सुनाया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुरेश कुमार गुप्ता की कोर्ट ने तीन सिपाहियों को 10-10 साल की सजा सुनाई है।
अवैध वसूली कर रहे पुलिसकर्मियों को रंगेहाथ पकड़ा था
घटना 2 सितंबर 2010 की है, जब तत्कालीन एसपी ट्रैफिक कल्पना सक्सेना ने बरेली के कैंट थाना क्षेत्र में अवैध वसूली कर रहे तीन सिपाहियों को रंगेहाथ पकड़ लिया था।
सिपाहियों ने एसपी पर किया जानलेवा हमला
पकड़े जाने पर सिपाही रविंद्र, रावेंद्र और मनोज ने एसपी कल्पना सक्सेना पर जानलेवा हमला कर दिया था। आरोपियों ने अपनी कार से एसपी को कुचलने की कोशिश की थी। इस हमले में उनका एक साथी धर्मेंद्र भी शामिल था।
किसी तरह बची थी एसपी की जान
हमले के दौरान कल्पना सक्सेना ने सूझबूझ से खुद को बचाया और किसी तरह जान बचाने में सफल रहीं। इस हमले के बाद पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था।
कल्पना सक्सेना अब डीआईजी रैंक की अफसर
कल्पना सक्सेना फिलहाल गाजियाबाद में डीआईजी के पद पर तैनात हैं। इससे पहले वह सहारनपुर में आतंकियों के खिलाफ भी कार्रवाई कर चुकी हैं और अपनी बहादुरी के लिए जानी जाती हैं।
कोर्ट में रोते नजर आए दोषी सिपाही
आज कोर्ट में जैसे ही फैसला सुनाया गया, दोषी सिपाही रोते हुए नजर आए। न्यायालय ने इस घटना को गंभीर अपराध मानते हुए कड़ी सजा सुनाई, जिससे यह साफ संदेश गया कि कानून से ऊपर कोई नहीं है।