ट्रंप के करीबी काश पटेल बने FBI डायरेक्टर, बड़े बदलाव के दिए संकेत


कौन हैं ट्रंप के 'हनुमान' काश पटेल, जो बने FBI डायरेक्टर? सीनेट की मंजूरी मिलते ही भरी हुंकार, बताया फ्यूचर प्लान

रिपोर्ट | राजेश कुमार यादव |विधिक आवाज़ न्यूज

काश पटेल बने एफबीआई डायरेक्टर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी और वफादार माने जाने वाले काश पटेल अब एफबीआई के निदेशक बन गए हैं। सीनेट ने उनके नाम को मंजूरी दे दी, हालांकि यह फैसला मामूली बहुमत से हुआ। सीनेट में हुए मतदान में उन्हें 51-49 के अंतर से जीत मिली। डेमोक्रेट सांसदों ने उनकी नियुक्ति का विरोध किया और उनकी योग्यता पर सवाल उठाए। उनका आरोप था कि काश पटेल ट्रंप के इशारे पर काम करेंगे और विपक्ष को निशाना बनाएंगे।

नियुक्ति के बाद पहला बयान
नियुक्ति के बाद काश पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि एफबीआई का इतिहास गौरवशाली रहा है और अब इसे पारदर्शी और जवाबदेह बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि न्याय व्यवस्था के राजनीतिकरण ने जनता का भरोसा तोड़ा है, लेकिन अब यह सब बंद होगा। उन्होंने एफबीआई के भीतर बदलाव की बात कही और कहा कि वह संगठन को फिर से मजबूत बनाएंगे।

एफबीआई में होंगे बड़े बदलाव?
काश पटेल पहले ही संकेत दे चुके हैं कि एफबीआई में बड़े बदलाव होंगे। वह मुख्यालय में कर्मचारियों की संख्या घटाने और पारंपरिक आपराधिक जांच कार्यों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की योजना बना रहे हैं। पिछले दो दशकों में एफबीआई की भूमिका खुफिया जानकारी जुटाने और राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों में बढ़ी थी, लेकिन अब इन कार्यों को सीमित किया जा सकता है।

कौन हैं काश पटेल?
भारतीय मूल के अमेरिकी काश पटेल न्यूयॉर्क के हैगार्डन सिटी में रहते हैं। उनके माता-पिता गुजरात से थे और पहले युगांडा में बस गए थे। हालांकि, जातीय भेदभाव के कारण वे युगांडा से कनाडा चले गए और बाद में अमेरिका में बस गए। काश पटेल हिंदू धर्म का पालन करते हैं और अविवाहित बताए जाते हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ रिचमंड से इतिहास और आपराधिक न्याय में पढ़ाई की है।

ट्रंप सरकार में निभाई थी अहम भूमिका
काश पटेल पहले भी ट्रंप प्रशासन में काम कर चुके हैं। उन्होंने ISIS, अबू बक्र अल-बगदादी और अल-कायदा नेता कासिम अल-रिमी को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा, उन्होंने अमेरिकी बंधकों को वापस लाने और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था। वह पहले भी इंटेलिजेंस कमेटी में वरिष्ठ वकील और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में काम कर चुके हैं।

ट्रंप के सबसे वफादार सहयोगी
काश पटेल ट्रंप के कट्टर समर्थक माने जाते हैं। उन्होंने अमेरिका की संघीय और राज्य अदालतों में हत्या, तस्करी जैसे मामलों की पैरवी की है। वे ट्रंप के बेहद करीबी माने जाते हैं और उनके प्रशासन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। अब एफबीआई के निदेशक के रूप में उनकी नियुक्ति को ट्रंप की बड़ी जीत माना जा रहा है।




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