जनअभियान परिषद का दो दिवसीय परामर्शदाता प्रशिक्षण संपन्न, प्रमाण पत्र वितरित
मंदसौर। मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के तहत दो दिवसीय परामर्शदाता प्रशिक्षण का समापन परीक्षा और प्रमाण पत्र वितरण के साथ हुआ। संभाग समन्वयक श्री शिवप्रसाद मालवीय ने कहा कि सतत विकास के 17 लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सामुदायिक सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने परामर्शदाताओं को आदर्श ग्राम की परिकल्पना साकार करने में अपनी अहम भूमिका निभाने की अपील की।
- जनअभियान परिषद के परामर्शदाता आदर्श ग्राम के निर्माण में कैसे निभा रहे हैं भूमिका?
प्रशिक्षण का उद्देश्य और गतिविधियां
प्रशिक्षण के दौरान जिला समन्वयक तृप्ती वैरागी, विकासखंड समन्वयक नारायणसिंह निनामा और अर्चना भट्ट ने परामर्शदाताओं को उनकी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों द्वारा प्रयोगशाला गांवों में किए जाने वाले कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
प्रशिक्षण में पीआरए (पार्टिसिपेटरी रूरल अप्रोच) गतिविधियों के माध्यम से सघन सामुदायिक सहभागिता का महत्व बताया गया। प्रतिभागियों को सिखाया गया कि कैसे वे ग्राम स्तर पर विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू कर सकते हैं।
प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रतिभागियों से परीक्षा ली गई और उन्हें प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर अर्चना रामावत, दशरथ नायक और राजू प्रजापत विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अर्चना भट्ट ने किया और आभार नारायणसिंह निनामा ने व्यक्त किया।