117 साल की उम्र और रामायण पाठ की अद्भुत साधना।
रामभक्ति में लीन चमत्कारी संत, जिनका हर दिन है तपस्या।
चमत्कारी संत सियाराम बाबा अस्पताल में भर्ती
मध्य प्रदेश के निमाड़ क्षेत्र में प्रख्यात 117 वर्षीय संत सियाराम बाबा का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तेज बुखार और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद बाबा को सनावद के नाथूलाल मोरी अस्पताल में तीन दिन पहले भर्ती किया गया था। डॉक्टरों के मुताबिक, बाबा दो दिनों तक बेहोश रहे, लेकिन शुरुआती इलाज के बाद उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
रामभक्ति में लीन 117 वर्षीय संत
खरगोन जिले के तेली भट्याण गांव में नर्मदा नदी के किनारे रहने वाले सियाराम बाबा को 'निमाड़ के चमत्कारी संत' के नाम से जाना जाता है। वे प्रतिदिन 21 घंटे रामायण पाठ करते हैं और 100 साल की उम्र पार करने के बावजूद बिना चश्मे के पढ़ाई कर सकते हैं। बाबा ने 10 साल तक खड़े रहकर तप और 12 साल तक मौन व्रत किया है। उनकी आत्मनिर्भरता और भक्ति का जीवन भक्तों को प्रेरित करता है।
भक्तों की चिंता और बाबा का स्वास्थ्य
बाबा के स्वास्थ्य को लेकर उनके भक्त गहरी चिंता में हैं। दूर-दराज से उनके दर्शन के लिए आने वाले भक्त इस समय उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। अस्पताल में डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। बाबा की उम्र और साधना को देखते हुए डॉक्टर भी उनके अद्वितीय स्वास्थ्य और सहनशक्ति पर हैरान हैं।