दीपावली पर्व पर हिंदुओं को विघटित करने का षडयंत्र किया जा रहा है इस मुद्दे पर चारों शंकराचार्य चुप क्यों है ?
जब अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई तब शंकराचार्यो ने खूब बयान जारी किये और कहा कि यह शास्त्रोक्त नहीं है व हमारे सम्माननीय मोदी जी को खूब अपशब्द कहे।
आज शास्त्र एवं परंपरा अनुसार दीपावली पर्व 31 अक्टूबर 2024 को मनाना चाहिए यह सिद्ध हो चुका है। लेकिन आज जब दीपावली पर विधर्मियों द्वारा षडयंत्र पूर्वक हिंदुओं को दो भागों में बांटा जा रहा है। तब हमारे शंकराचार्यो को बयान जारी करके शास्त्रोंक्त प्रमाण प्रस्तुत करने चाहिए की दीपावली कब मनाई जाए लेकिन लगता है वह ज्योतिष और पंचांग का धंधा करने वालों के प्रभाव में आकर चुप्पी साधे बैठे हुए हैं। यह तो ऐसा हो गया हैं जैसे की गाय पूछ हिलाती है लेकिन अब तो यह लग रहा है की पूछ गाय को हिला रही है।
धर्म हित में जारी
उपेंद्र प्रताप सिंह बाघेल
प्रदेश अध्यक्ष जनसंघ पार्टी, मध्य प्रदेश