मंदसौर: अद्भुत दृश्य नवरात्रि में माता जी के गरबा पांडाल में एक गाय ने किया गरबा नृत्य


अगर दिल में हो भक्ति तो मनुष्य का प्रत्येक जीव में ईश्वर वास करता है तभी तो एक गाय खुद को गरबा नृत्य करने से रोक नही पाई वास्तव में ऐसे खेलें जाते है माताजी के असली गरबे।

वीडियो देखे खबर के अंत में। 

शरीर कोई भी धारण कर लो लेकिन ईश्वर सभी जीवों ने वास करता है , एक ही मनुष्य मात्र इस भावना को बोलकर , नाचकर , गाकर इस भावना को व्यक्त कर सकता है।

मनुष्य के जीवन और दूसरे जीव में क्या फर्क होता है बस इतना की जानवर अपनी भावना को व्यक्त नही कर सकते । नवरात्रि में सिर्फ इंसान ही नवरात्रि मनाते हैं ऐसा कह पाना शायद उचित नही होगा । गरबा मंडल में गौ माता नवरात्रि में गरबा करते हुए अपनी भावना व्यक्त कर रही इस वीडियो में आप देख सकते है की किस तरह गाय माता के पंडाल में नृत्य कर रही है । रूप शरीर कैसा भी हो वह भी समझता है देवी देवताओं को इंसान शायद भूल जाए पर जानवर नहीं भूलते हैं 

क्योंकि इंसान खुद को इतना महान बना चुका है की वह खुद को ही ईश्वर मात्र समझने लगा है । 

क्योंकि इस धरती पर जन्म लेने के बाद सबके अपने अपने कर्तव्य फर्ज होते है जिसे प्रत्येक प्राणी को पूरा करना ही पड़ता है ,उसके बाद ही वह देह का त्याग करता है । उसी तरह जानवर भी अपने अपने दायरे और कर्त्तव्य समझते है उसको भी जन्म देने वाला वही ईश्वर है इसीलिए इस धरती पर प्रत्येक प्राणी अपना अपना फर्ज निभाते हैं । मनुष्य आज कुछ खाए खाना कल भूल जाता हैं बेजुबान जानवर नहीं भूलते ।

सनातक संस्कृति और शास्त्र में आज भी वर्णित है की गौ माता की सेवा करना इंसान का परम धर्म होता है, पर आज के पश्चिमी संस्कृति की चादर ओढ़े मनुष्यो की यह बात समझ नही आती है , उनके लिए यह सब बस एक ढकोसला या मनोरंजन का साधन बन कर रह गया है । भक्ति भी देखा देखी ही करता है भेड़ चाल चलकर आज का मनुष्य भक्ति कर रहा है ।

क्योंकि सभी प्राणियों में ज्ञान उनकी योग्यता के अनुसार ईश्वर उनको प्रदान करता है । 

आज नवरात्रि में गरबा पंडाल में स्वयं गौ माता गरबा खेलने आई । 

गरबा नृत्य खेलने के लिए यह गाय कहा से आई यह किसी को ज्ञात नही जानकारी लेने पर भी यह पता नही चल पाया की यह गाय कहा से आई और कहा चली गई इसकी कोई जानकारी अभी तक नहीं मिली ।

क्योंकि ईश्वर , देवी, देवता किस रूप में कहा और कैसे प्रकट हों जाए यह कोई नही जान सकता हैं । 

इसे लोग ईश्वर का चमत्कार मान रहे है और कह रहे है की देवी माता की भक्ति सेवा करने कोई सिद्ध आत्मा ही इस गाय के शरीर में प्रकट हुई है ।


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विधिक आवाज न्यूज़ समूह से रिपोर्टर श्याम लाल चंद्रवंशी पत्रकार
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