भारत की STAR मिसाइल तैयार, रफ्तार और मारक क्षमता में बनी 'सुपरस्टार'


ध्वनि से ढाई गुना तेज भारत की स्वदेशी STAR मिसाइल करेगी दुश्मन का सफाया, हवा से जमीन तक हर मोर्चे पर दिखाएगी ताकत – DRDO ने शुरू की अंतिम चरण की टेस्टिंग, रडार भी नहीं पकड़ पाएगा

विधिक आवाज समाचार | नई दिल्ली
 22 मई 2025

भारत के रक्षा क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से बनी "STAR" मिसाइल के तीसरे और अंतिम चरण की टेस्टिंग शुरू कर दी है। यह मिसाइल न केवल भारत की सैन्य शक्ति को कई गुना बढ़ाएगी, बल्कि अपनी रफ्तार और चपलता के चलते दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइलों में शुमार हो सकती है।

क्या है STAR मिसाइल की खासियत?
STAR (Supersonic Target and Reconnaissance) मिसाइल एक सुपरसोनिक मिसाइल है, जो ध्वनि की गति से लगभग 2.5 गुना तेज यानी लगभग 3,062 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भर सकती है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह दुश्मन के रडार में नहीं आती और टारगेट तक पहुंचने में बेहद सक्षम है।

यह मिसाइल हवा से हवा, हवा से जमीन और जमीन से हवा — तीनों ही मोर्चों पर हमले के लिए उपयुक्त है। इसे भारत के लड़ाकू विमान LCA तेजस के साथ भी जोड़ा जा सकता है, और ज़मीन से लॉन्च किए जाने वाले बूस्टर के जरिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे इसकी रेंज और ताकत दोनों बढ़ जाती है।

रक्षा विशेषज्ञों की राय में...
विशेषज्ञों के मुताबिक STAR मिसाइल की डिजाइन इतनी लचीली है कि इसे मिशन की ज़रूरत के मुताबिक आसानी से बदला जा सकता है। यह मिसाइल रडार डिटेक्शन सिस्टम को भी भेद सकती है और दुश्मन की एंटी-शिप मिसाइलों को ट्रैक कर नष्ट करने में सक्षम है।

ब्रहमोस के बाद अगला धमाका
जहां पाकिस्तान अब तक ब्रह्मोस मिसाइल की क्षमताओं से भयभीत है, वहीं भारत की यह नई STAR मिसाइल एक और बड़ी चेतावनी मानी जा रही है। इसकी सुपरसोनिक क्षमता और लिक्विड फ्यूल रैमजेट इंजन इसे बेहद घातक और लंबे समय तक कारगर बनाता है।

सस्ता और प्रभावी विकल्प
चूंकि STAR मिसाइल पूर्णतः स्वदेशी है, यह न केवल सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि आर्थिक रूप से भी बेहद सस्ती और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण से एक क्रांतिकारी कदम है। यह भविष्य में ब्रह्मोस का सस्ता और प्रभावी विकल्प बन सकती है।

DRDO का अगला लक्ष्य
DRDO इस मिसाइल में और भी एडवांस्ड तकनीकें जोड़ने की तैयारी में है। आने वाले महीनों में इसकी क्षमता को और बढ़ाया जाएगा, ताकि भारतीय सेना की तीनों शाखाएं — थलसेना, वायुसेना और नौसेना — इसका भरपूर उपयोग कर सकें।

विधिक आवाज तेजी से लोकप्रिय होता न्यूज चैनल नेटवर्क है। ऐसी ही खबरे प्राप्त करने के लिए जुड़े रहिए विधिक आवाज समाचार समूह  
Previous Post Next Post

Featured Posts

Ads

نموذج الاتصال