द हाट ऑफ़ आर्ट प्रदर्शनी का इंदौर में भव्य शुभारंभ, 100 से अधिक कलाकारों ने लिया भाग पारंपरिक और समकालीन कलाओं का संगम बना इंदौर की सांस्कृतिक विरासत का गवाह
विधिक आवाज़ समाचार | 17 मई 2025| इंदौर
रिपोर्ट: विशेष संवाददाता ज्ञानजी यादव
भारतीय कला जगत में अपनी विशेष पहचान बना चुका मंच द हाट ऑफ़ आर्ट अब इंदौर की सांस्कृतिक धरती पर भी पहुंच चुका है। शुक्रवार को इसकी 10वीं भव्य प्रदर्शनी का शुभारंभ इंदौर में किया गया, जिसमें 100 से अधिक कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। यह पहली बार है जब इतनी व्यापक और व्यवसायिक कला प्रदर्शनी मध्यप्रदेश में आयोजित की गई है।
इस तीन दिवसीय आयोजन का उद्घाटन द हाट ऑफ़ आर्ट के संरक्षक श्री विंदू दारा सिंह, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसीराम सिलावट, डॉ. सीमा अलावा, पद्मश्री सम्मानित महेश शर्मा, पर्यावरणविद जनक पल्टा, और वरिष्ठ छायाचित्रकार भालू मोन्धे की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया।
प्रदर्शनी की खास बात यह रही कि इसमें 30 से अधिक एमपी पुलिस कर्मियों ने भी अपने चित्र, मूर्तियां और रचनात्मक शिल्प प्रस्तुत किए। इसके अलावा, पिथोरा और गोंड जैसी पारंपरिक आदिवासी कलाओं के कलाकारों को भी विशेष मंच प्रदान किया गया।
क्यूरेटर ज्योति यादव द्वारा आठ वर्ष पूर्व स्थापित यह मंच अब मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और अब इंदौर जैसे बड़े शहरों में भी अपनी पहचान बना चुका है। उन्होंने बताया कि "यह आयोजन सिर्फ एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि कलाकारों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में एक समर्पित प्रयास है।"
मंत्रियों और विशिष्ट अतिथियों ने आयोजन की सराहना करते हुए आश्वासन दिया कि आने वाले समय में द हाट ऑफ़ आर्ट जैसे आयोजनों को राज्य सरकार पूरा समर्थन देगी, जिससे पारंपरिक कलाओं को संरक्षण मिलेगा और युवा कलाकारों को मंच प्राप्त होगा।
प्रदर्शनी 18 मई तक जारी रहेगी और इसमें न केवल कला प्रेमियों को देखने को मिलेगा, बल्कि कला खरीदारों के लिए भी कई रचनाएं उपलब्ध हैं। इस आयोजन से इंदौर की सांस्कृतिक प्रतिष्ठा को नया आयाम मिला है।