इंदौर | भारतीय संस्कारों और सांस्कृतिक परंपराओं को जनमानस तक पहुंचाने के उद्देश्य से शुक्रवार को इंदौर में एक विशेष आयोजन आयोजित किया गया। इंदौर सेवा ट्रस्ट एवं हिंदू आध्यात्मिक और सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में ‘षोडश संस्कार’ पुस्तक का विमोचन समारोह अभिनव कला समाज भवन में संपन्न हुआ।
विधिक आवाज़ समाचार | इंदौर
राजपूत सोनिया राठौर |18 अप्रैल 2025
इस गरिमामय अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. अनिल गर्ग रहे। कार्यक्रम में विशेष रूप से उल्लेखनीय यह रहा कि यह पुस्तक संघ प्रचारक केई एन राघवन द्वारा रचित है, जिसमें हिंदू धर्म के 16 प्रमुख संस्कारों का सरल व व्याख्यात्मक विवरण प्रस्तुत किया गया है।
पुस्तक भारतीय संस्कृति की जीवंत प्रस्तुति :
वक्ता विमोचन अवसर पर संबोधित करते हुए संस्कृत महाविद्यालय के आचार्य डॉ. विनायक पाण्डेय ने कहा कि “षोडश संस्कार न केवल धार्मिक क्रियाएं हैं, बल्कि यह मनुष्य के चारित्रिक, सामाजिक और आध्यात्मिक विकास के पड़ाव हैं।” उन्होंने इस पुस्तक को समाज में वैदिक संस्कृति के प्रचार और युवा पीढ़ी को मार्गदर्शन देने वाला दस्तावेज़ बताया।
आयोजन की अध्यक्षता राधेश्याम कासट ने की
कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल विश्व गायत्री परिवार के समयदानी एवं शक्तिपीठ प्रकोष्ठ के प्रांतीय सह समन्वयक राधेश्याम कासट ने की। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को अपने मूल संस्कारों से जोड़ने की दिशा में इस पुस्तक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगी।
गरिमामय उपस्थिति और भावपूर्ण स्वागत
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इस अवसर पर टीकम गर्ग, सुभाष गोयल, डॉ. अनिल सहित इंदौर सेवा ट्रस्ट के पं. योगेंद्र महंत ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा,
"यह पुस्तक केवल ग्रंथ नहीं, बल्कि एक पीढ़ी का मार्गदर्शन है। आज जब भारतीय संस्कृति को भुलाया जा रहा है, ऐसे प्रयास समाज को नई दिशा देते हैं।"
संचालन और आयोजन
पूरे कार्यक्रम का संचालन अनु पुरोहित ने किया। समारोह में बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी, संस्कृत शिक्षक, विद्यार्थी, सेवा संस्थान के सदस्य और आमजन उपस्थित रहे।
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