45 दिन में 66 करोड़ ने लगाई डुबकी, UP की GDP में जुड़ेंगे ₹4 लाख करोड़


दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ 2025 सम्पन्न हो गया। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक 45 दिन चले महाकुंभ से न केवल करोड़ों लोगों ने पुण्य कमाया बल्कि यूपी सरकार को भी तगड़ी कमाई हुई है।

विधिक आवाज समाचार| प्रयागराज | रिपोर्ट राजेश कुमार यादव  | 27, फरवरी 2025

महाकुंभ प्रयागराज 2025 में दुनियाभर से श्रद्धालु पहुंचे और त्रिवेणी संगम के पानी में 66.31 करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है। महाकुंभ के आखिरी दिन बुधवार 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के मौके पर तो आस्था का सैलाब उमड़ा है।

अंतिम दिन तो डेढ़ करोड़ लोगों ने महाकुंभ प्रयागराज पहुंचकर स्नान किया है। 45 दिन के दौरान महाकुंभ में 73 देशों के राजनयिक, नेपाल के 50 लाख लोगों के अलावा अमेरिका, इटली, फ्रांस समेत कई देशों से बड़ी संख्या में लोग आए हैं।

महाकुंभ 2025 से कमाई का हिसाब-किताब यह है कि 66.31 करोड़ लोग पहुंचने से अकेले उत्तर प्रदेश की जीडीपी में 4 लाख करोड़ रुपए जुड़ेंगे। यूपी की जीडीपी 25 लाख करोड़ की है।

यूपी सरकार ने अनुमान लगाया था कि अगर 45 करोड़ लोग महाकुंभ प्रयागराज आते तो प्रदेश की जीडीपी में 3.5 लाख करोड़ रुपए जुड़ते हैं। श्रद्धालु अनुमान से करीब 20 करोड़ ज्यादा आने पर जीडीपी में तगड़ा इजाफा हुआ है।

अगला कुंभ 17 जुलाई 2027 से नासिक में

बता दें कि अब कुंभ महाराष्ट्र के नासिक में 17 जुलाई 2027 को गोदावरी नदी के तट पर भरेगा। उधर, जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने अगले महाकुंभ को लेकर पीएम मोदी को खुला पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने हिमालय के तेजी से पिघलते ग्लेशियरों के कारण चिंता जताई कि 144 वर्षों के बाद होने वाला अगला महाकुंभ रेत पर आयोजित हो सकता है, क्योंकि देश की प्रमुख नदियां सूख सकती हैं।
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