उमरिया जिला, मध्य प्रदेश
स्थिति और सीमाएँ:
उमरिया जिला मध्य प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित है। इसके उत्तर में सतना जिला, दक्षिण में डिंडोरी जिला, पूर्व में शहडोल जिला और पश्चिम में कटनी जिला स्थित हैं।
स्थापना:
उमरिया जिला 13 अगस्त 1998 को शहडोल जिले से अलग होकर बना था।
मुख्यालय:
जिले का प्रशासनिक मुख्यालय उमरिया शहर में स्थित है।
भूगोल:
उमरिया जिला मुख्यतः पहाड़ी और वन क्षेत्र से आच्छादित है। यहाँ की प्रमुख नदियाँ सोन और जोहिला हैं, जो जिले की सिंचाई और जल आपूर्ति का मुख्य स्रोत हैं।
अर्थव्यवस्था:
उमरिया जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि और खनिज संसाधनों पर आधारित है। यहाँ की प्रमुख फसलें गेहूं, धान, और तुअर हैं। इसके अलावा, जिले में कोयला और बॉक्साइट के भंडार भी हैं, जो आर्थिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
पर्यटन स्थल:
1. बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान: यह राष्ट्रीय उद्यान बाघ संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है और यहाँ विविध वन्यजीव और वनस्पतियाँ पाई जाती हैं।
2. बांधवगढ़ किला: यह प्राचीन किला बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के अंदर स्थित है और ऐतिहासिक महत्व रखता है।
3. शहडोल: यह शहर धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, जहाँ कई मंदिर और ऐतिहासिक स्थल हैं।
4. कंचन जलप्रपात: यह जलप्रपात अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है और पर्यटकों को आकर्षित करता है।
संस्कृति और त्यौहार:
उमरिया जिले की संस्कृति में जनजातीय और ग्रामीण परंपराओं का विशेष महत्व है। यहाँ के प्रमुख त्यौहारों में होली, दिवाली, दशहरा, और नवरात्रि शामिल हैं। जनजातीय नृत्य और संगीत यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं।
यातायात और परिवहन:
उमरिया जिला सड़क और रेल मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। उमरिया रेलवे स्टेशन जिले का प्रमुख रेलवे स्टेशन है, जो विभिन्न प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। जिले में सड़क नेटवर्क भी अच्छा है, जिससे परिवहन सुविधाजनक है।
शिक्षा:
जिले में कई शैक्षणिक संस्थान हैं, जो प्राथमिक से उच्च शिक्षा तक की सुविधाएं प्रदान करते हैं। उमरिया जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में लगातार सुधार हो रहा है, और यहाँ पर उच्च शिक्षा के लिए कुछ कॉलेज भी उपलब्ध हैं।
स्वास्थ्य सेवाएं:
जिले में कई सरकारी और निजी अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। जिला अस्पताल उमरिया शहर में स्थित है, जो स्वास्थ्य सेवाओं का मुख्य केंद्र है।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:
उमरिया जिला प्राकृतिक संसाधनों और वन्यजीवों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यहाँ के वन और वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा देते हैं और जिले की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं। जिले की जनजातीय जनसंख्या अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक और पारंपरिक धरोहर के लिए जानी जाती है।
उमरिया जिला अपने प्राकृतिक सौंदर्य, वन्यजीव अभयारण्यों और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यह जिला एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल है, जहाँ वन्यजीव प्रेमी और प्रकृति प्रेमी दोनों ही आकर्षित होते हैं। उमरिया की संस्कृति, परंपराएँ और प्राकृतिक संपदा इसे मध्य प्रदेश का एक महत्वपूर्ण जिला बनाती हैं।